महानवमी के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषित किया सार्वजनिक अवकाश

महानवमी के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषित किया सार्वजनिक अवकाश
सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के साथ-साथ समाज में नारी का सम्मान बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम - Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - YoungsIndia
कम शब्दों में कहें तो, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महानवमी के अवसर पर 01 अक्टूबर 2025 को प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस फैसले से न केवल जनता की भावनाओं का सम्मान किया गया है बल्कि धार्मिक आस्था को भी प्रोत्साहित किया गया है।

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में शारदीय नवरात्रि के अवसर पर महानवमी पर सार्वजनिक अवकाश का आदेश दिया गया है। शुक्रवार को आयोजित एक बैठक में, मुख्यमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि यह अवकाश प्रदेशवासियों की भावना का सम्मान करने और उनके धार्मिक विश्वासों को मान्यता देने के लिए लिया गया है।
सचिव सामान्य प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में इसका आदेश जारी कर दिया है। यह अवकाश 01 अक्टूबर 2025 को सभी राज्य सरकारी कार्यालयों, बैंकों और कोषागारों में भी लागू रहेगा।
महानवमी का महत्व
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को महानवमी की बधाई देते हुए कहा कि नवरात्रि का यह पर्व विशेष रूप से नारी के महत्व और सम्मान को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस समय की चुनौतियों के बावजूद, हमें अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और मंगलमय जीवन की कामना की। यह पर्व हमें न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि मातृ शक्ति के प्रति हमारी भावना को भी जाग्रत करता है।
सामाजिक और सांस्कृतिक पहल
महानवमी का पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह समाज में नारी के कुशलता और योगदान को मान्यता देने का एक अवसर भी है। मुख्यमंत्री के इस कदम से महिलाओं की स्थिति में सुधार और उनकी शक्तियों को पहचानने की दिशा में एक सकारात्मक संदेश जाता है।
सरकार की यह पहल न केवल धार्मिक आस्था के सम्मान में है बल्कि इससे समाज में नारी के प्रति सम्मान और सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहन मिल सकता है।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस घोषणा को लेकर नागरिकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब लोग धार्मिक त्योहारों की उम्मीद में हैं, और इससे उन्हें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा।
इस प्रकार, महानवमी का सार्वजनिक अवकाश एक प्रतीक है कि समाज के सभी वर्गों के अधिकारों को समान रूप से समझा जाने और स्वीकार किया जाने की आवश्यकता है।
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टीम यंग्सइंडिया
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