मुख्यमंत्री धामी ने अपने जन्मदिवस पर आपदा प्रबंधन में दिखाई सक्रियता

मुख्यमंत्री धामी ने अपने जन्मदिवस पर आपदा प्रबंधन में दिखाई सक्रियता
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कम शब्दों में कहें तो, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने 50वें जन्मदिवस पर प्रदेश में प्राकृतिक आपदा प्रबंधन की चुनौती को अपने लिए प्राथमिकता बना लिया।
देहरादून। 16 सितंबर को अपने 50वें जन्मदिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह से ही प्राकृतिक आपदा के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रबंधन से जुड़े कार्यों में पूर्ण सक्रियता दिखाई। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेशवासियों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने एक दिन पहले ही अपने जन्मदिन को सादगी से मनाने का निर्णय लिया था। इस अवसर पर किसी भी प्रकार का उत्सव आयोजित नहीं किया गया। उन्होंने सभी समर्थकों से भी अपील की कि वे सादगी का पालन करें। लेकिन, मंगलवार की सुबह से ही विभिन्न स्थानों से आपदा की सूचनाएं प्राप्त होने लगीं, जिस पर मुख्यमंत्री ने जन्मदिन की खुशियों को भुलाकर सक्रियता दिखाई।
सुबह तीन बजे से ही मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारियों से हालात का पता करने के लिए संपर्क किया और जानकारी ली कि आपदा के कारण क्या नुकसान हुआ है। इसके बाद उन्होंने 9 बजे के आसपास वैकल्पिक राहत कार्यों की योजनाओं को लागू करने के लिए देहरादून में मालदेवता क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने खुद ट्रैक्टर पर बैठकर बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने आवास से वर्चुअल माध्यम से प्रदेश की सभी तहसीलों में आयोजित तहसील दिवस कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हुए जनता से संवाद किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए निर्देशित किया और कहा कि तहसील दिवस आम जनता की समस्याओं के समाधान का एक सशक्त मंच है।
प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री धामी के जन्मदिन पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और अन्य कई नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मुख्यमंत्री धामी उत्तराखंड के चहुमुखी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।" गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनकी सराहना करते हुए कहा कि धामी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गरीबों की भलाई के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
इन सभी मान्यताओं के साथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, तथा उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने भी धामी को शुभकामनाएं दीं। इस प्रकार, धामी का जन्मदिन न केवल व्यक्तिगत था बल्कि राज्य के लिए उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी प्राथमिकता हमेशा प्रदेश के लोगों की भलाई रहेगी। इस दिन ने यह सत्यापित कर दिया कि एक नेता को अपनी व्यक्तिगत खुशियों के आगे आम जनता की सेवा का महत्व समझना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, इस प्रकार की सक्रियता से पहले से स्थापित आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की परिस्थितियों का सामना करने में प्रदेश और भी सक्षम हो सके।
यह एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे एक नेता अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को प्राथमिकता देता है, भले ही व्यक्तिगत अवसर कितना विशेष ही क्यों न हो।
इस घटना से हम सभी को यह सीखने की जरूरत है कि हमें अपने सुख-दुख को सामाजिक सेवाओं से अलग नहीं करना चाहिए।
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टीम यंग्सइंडिया
प्रिया शर्मा
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