खाद्य मिलावट की पहचान: डॉ. बृज मोहन शर्मा के आसान घरेलू परीक्षण

खाद्य मिलावट की पहचान: डॉ. बृज मोहन शर्मा के आसान घरेलू परीक्षण
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कम शब्दों में कहें तो, देहरादून में आयोजित एक विशेष व्याख्यान में डॉ. बृज मोहन शर्मा ने खाद्य मिलावट की पहचान के लिए कुछ सरल घरेलू परीक्षण प्रस्तुत किए। यह कार्यक्रम देहरादून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर (DLRC) और स्पेक्स (SPECS) के संगठनों द्वारा संचालित “दि देहरादून डायलॉग (TDD)” के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस विशेष व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य खाद्य सुरक्षा के महत्व और खाद्य मिलावट की पहचान के बारे में जन जागरूकता फैलाना था। खाद्य उत्पादों में मिलावट एक गंभीर समस्या है जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। डॉ. शर्मा ने बताया कि उपभोक्ताओं को यह समझने की आवश्यकता है कि वे क्या खा रहे हैं और मिलावट की पहचान कैसे करें।
आसान परीक्षण विधियाँ
डॉ. शर्मा ने व्याख्यान में कई सरल घरेलू परीक्षणों के बारे में बताया, जिनकी मदद से आम उपभोक्ता भी खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान कर सकते हैं। उन्होंने निम्नलिखित परीक्षण विधियों पर प्रकाश डाला:
- दूध की मिलावट: एक चम्मच दूध को पानी में डालकर देखें। अगर दूध फैलता है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
- तेल की मिलावट: एक बर्तन में थोड़ा सा पानी लें और उसमें तेल की कुछ बूँदें डालें। अगर तेल और पानी मिलते हैं, तो यह मिलावटी है।
- शक्कर की पहचान: अगर शक्कर में नीला रंग आ जाता है, तो यह मिलावटी हो सकता है।
डॉ. शर्मा का कहना था कि ये परीक्षण न केवल फायदेमंद हैं, बल्कि बहुत आसान भी हैं और इन्हें घर पर ही किया जा सकता है।
खाद्य सुरक्षा के उपाय
डॉ. शर्मा ने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंने उपभोक्ताओं को सलाह दी कि वे विश्वसनीय स्रोतों से ही खाद्य सामान खरीदें और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की सिफारिशों का पालन करें। इसके अतिरिक्त, व्याख्यान में उपायों के साथ-साथ खाद्य उत्पादों की पैकेजिंग और लेबलिंग पर भी ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
कार्यक्रम का प्रभाव
इस कार्यक्रम में भाग लेने वालों को खाद्य मिलावट के संबंध में जागरूक करने के साथ-साथ यह विषय गंभीरता से लिया गया। उपस्थित लोगों ने डॉ. शर्मा से सवाल पूछे और उनके उत्तरों से बहुत लाभान्वित हुए।
निष्कर्ष
इसलिए, खाद्य मिलावट की पहचान के लिए सरल घरेलू परीक्षण और खाद्य सुरक्षा के उपाय न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि समाज के लिए भी एक सतर्कता का प्रतीक हैं। डॉ. बृज मोहन शर्मा का यह व्याख्यान निश्चित रूप से सभी के लिए जानकारीपूर्ण और प्रेरणादायक था।
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टीम यंग्सइंडिया, राधिका सिंह
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