उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैंण के लिए जंतर मंतर पर होगा भव्य प्रदर्शन - जानें किन कारणों से है यह आंदोलन आवश्यक

उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैंण को लेकर आंदोलन का ऐलान
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड को स्थायी राजधानी न मिल पाने की स्थिति के खिलाफ अब जनविरोध का एक बड़ा सिलसिला शुरू होने जा रहा है।
उत्तराखंड का 25 साल का सफर
उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवंबर 2000 को हुआ था, लेकिन अब तक इसे अपनी स्थायी राजधानी नहीं मिल पाई है। राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने वाले हैं और इस बीच कई राजनीतिक दावे, आश्वासनों और आंदोलनों का सामना करते हुए, अब राज्य के लोग एक बार फिर से अपनी मांग को लेकर सड़कों पर उतरने का फैसला कर चुके हैं।
गैरसैंण की स्थायी राजधानी बनाने की आवश्यकता
गैरसैंण, जिसे कुछ लोग उत्तराखंड की औपचारिक राजधानी मानते हैं, एक क्षेत्र है जो आकर्षक भौगोलिक विशेषताओं और ऐतिहासिक महत्ता से भरा हुआ है। राज्य की स्थायी राजधानी बनाए जाने से यहाँ विकास के अनेक अवसर पैदा होंगे, जिससे स्थानीय निवासियों को कार्य, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
21 को जंतर मंतर पर विशाल प्रदर्शन
आंदोलन के आयोजक, स्थानीय नेता और सामाजिक संगठन 21 को जंतर मंतर पर एक विशाल प्रदर्शन करने का ऐलान कर चुके हैं। इस प्रदर्शन में कई संगठनों और आम नागरिकों द्वारा भाग लिया जाएगा। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार पर दबाव डालना है कि ताकि गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने की मांग को जल्दी से जल्दी पूरा किया जा सके।
क्या कहते हैं नेताओं?
स्थानीय नेताओं का कहना है कि अगर इस बार भी राज्य सरकार ने ध्यान नहीं दिया, तो यह आंदोलन और भी बड़ा रूप ले लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर नागरिक को अपनी आवाज उठाने का हक है और वे इस लड़ाई में साथ देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
निर्णायक वक्त पर मांग उठाना आवश्यक
इस समय उत्तराखंड को स्थायी राजधानी न मिलने के कारण विभिन्न मुद्दों पर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। सड़कों से लेकर बुनियादी ढांचे तक सब कुछ प्रभावित हुआ है। इसलिए, इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर आवाज उठाना न केवल जरूरी है, बल्कि यह राज्य के विकास के लिए भी अनिवार्य है।
अंत में
गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने की मांग को लेकर यह आंदोलन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। नागरिकों और नेताओं के बीच एकता के ज़रिये इस मुद्दे को सरकार तक पहुँचाया जाना अत्यंत आवश्यक है।
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सादर,
टीम यंग्सइंडिया, राधिका शर्मा
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