उत्तराखंड में सस्ती बिजली का नया जुगाड़: यूपीसीएल बैटरी में रखेगा महंगी बिजली की टेंशन को खत्म

उत्तराखंड में सस्ती बिजली का नया जुगाड़: यूपीसीएल बैटरी में रखेगा महंगी बिजली की टेंशन को खत्म
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कम शब्दों में कहें तो, यूपीसीएल अब शाम की पीक आवर्स में महंगी बिजली खरीदने की जरूरत से मुक्त हो जाएगा।
देहरादून: उत्तराखंड में बिजली संकट का समाधान अब एक नए तकनीकी उपाय के जरिए किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) की तैनाती का निर्णय लिया है, जिससे महंगी बिजली खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह प्रणाली न केवल बिजली की उत्पादन लागत को कम करेगी, बल्कि इसके जरिए उपभोक्ताओं को भी सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराने में मदद करेगी।
क्या है बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS)?
BESS एक नया और आधुनिक ऊर्जा स्टोरेज समाधान है, जो सूर्य तथा पवन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न बिजली को जमा करने में सक्षम है। इस बैटरी तकनीक के माध्यम से, राज्य में सस्ती बिजली को बचाकर इसे उपयोग में लाया जाएगा, जब मांग अधिक होगी। इससे यूपीसीएल बिना महंगे बाजार दामों के भुगतान के बिजली की आपूर्ति कर सकेगा।
नियामक आयोग की मंजूरी
इसके लिए नियामक आयोग, जो कि ऊर्जा क्षेत्र के विकास और स्थिरता को सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है, ने इस प्रणाली के संचालन हेतु आवश्यक अनुमतियां प्रदान की हैं। यूईआरसी (उत्तीर्ण ऊर्जा स्रोत तथा गैर जीवाश्म ईंधन आधारित सह उत्पादक स्टेशनों) से जुड़ी बिजली के विषय में विशेष रूप से कार्य कर रहा है। यह कदम निश्चित रूप से राज्य की ऊर्जा की मांग को संतुलित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
बिजली दरों में कमी की संभावना
रुचिकारियों का तर्क है कि जब यूपीसीएल महंगी बिजली खरीदने से बचेगा, तो यह सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली की सुविधा देगा। इससे हर वर्ग के उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा, खास करके वे जो स्थायी बिजली के उपभोक्ता हैं। नए बैटरी सिस्टम का प्रभाव दीर्घकालिक होने की संभावना है, जिससे कीमतों में स्थिरता आएगी।
सामाजिक और आर्थिक लाभ
नवीनतम बैटरी तकनीक केवल आर्थिक लाभ नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव भी लाएगी। जब बिजली स्थिर दर पर उपलब्ध होगी, तो छोटे उद्योग, स्टार्टअप और सामान्य उपभोक्ता सभी इसका लाभ उठा सकेंगे। इससे स्थानीय रोजगार उत्पन्न होने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना का प्रस्ताव एक भविष्यदृष्टि वाला कदम है। इसका सही कार्यान्वयन न केवल महंगी बिजली की समस्या को हल करेगा, बल्कि प्रदेश के आर्थिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करेगा। इसके मद्देनजर, सभी इस नई तकनीक के सफल कार्यान्वयन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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टीम यंग्सइंडिया, नीता शर्मा
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